सारे जहाँ से अच्छा …हिन्दुस्तां हमारा
Yummy जहांका खाना, और साथमें हो गाना !
गानों में किशोरे-दा के, Yoddeling को मिला मौका
जैसे हो वडा-साम्भर में, लगता निमका का तडका !
शंकर और जयकिशन लाये, गानों में Indo-Jazz
जैसे बादशाही खिचड़ी पे, डाली मसाला छाछ !
Soul beat, Swing, Waltz, और Bossa Nova भी आया
जैसे dinner के साथ, sizzling पनीर-टिक्का मंगाया !
डिस्को न भाये जिसको, शायद ही कोई हो
खाए चाट बिना चाटनी, शायद ही कोई हो !
लोक संगीत के बिना, है bollywood अधूरा
जैसे बिना रोटी के, lage भोजन अधूरा !
आई गज़लें उत्तर-से, उर्दू से थी सजाई
उत्तर से ही तो आई, मेथी मटर मलाई !
जैसे खो जाए मिठाश, Dessert को जो हटालो,
बंदिश लगे बेहाल, जो Classical न डालो !
– વૈશાલી અને કુલદીપ ભટ્ટ